लेखनी कविता-31-Dec-2022 :- बच्चे

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दैनिक प्रतियोगिता:- कविता:- बच्चे बच्चे मन के सच्चे होते हैं थोड़े से अक्ल के कच्चे वैसे होते हैं काफ़ी होशियार कभी ना माने किसी से हार मन कोमल होता है इनका ...

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