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01 जनवरी 2023 नये पुराने के चक्कर में, निकल गए कई वर्ष। देखा- परखी करते करते, हुआ न कुछ उत्कर्ष।। नई काया जो हुई पुरानी, स्वयं है रहने वाला। काया है ...