लेखनी प्रतियोगिता - कविता 🧚🧚कल्पना🧚🧚 विजय पोखरणा "यस"03-Jan-2023

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🧚🧚कल्पना🧚🧚 🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️ आंखे बोझिल हो गई कल्पना में खो गई काश मैं पंछी होती उड़ती परी बन नभ में दाना चुगती वन उपवन में पल में पार करती नदी नाले और ...

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