1 Part
294 times read
23 Liked
ग़ज़ल ( वो यादें ) तन्हाइयों मे घिर भी जाओ जो कभी तुम,मुझे याद करना, उलझनो से होश भी खोने लगो जो कभी तुम,मुझे याद करना। तुम्हारे वास्ते ज़माने से सदा ...