विषय ःःकविता संग्रह

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आसमान ★★★★★ नीला आसमान बुलाता मुझे अपनी बाहें पसारे मैं कोई पंछी नहीं अरमान हैं  मुझमें भरे हुए हौसलों की पंखों पर उड़ना चाहती हूं खुले आसमान की सैर चाहती हूं। ...

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