1 Part
255 times read
10 Liked
कविता -तब फैसला अपने आप करें नाव फसे जलधार कभी जब थम जाएं पतवार कभी जब ना छोड़ धैर्य संताप करें, तब फैसला अपने आप करें। धारा उल्टा बह आये जब ...