लेखनी कहानी -08-Jan-2023

1 Part

255 times read

7 Liked

(ॐ स सूर्याय नम : !) कनक बदन धारे प्रभु आबतु ! चहुँदिशि घेरे बिकटु अँधेरो , निकरि अँजोरु दिखाबतु ।। भक्ति भाउ भरि अर्घ चढ़त नितु , सबहिं दिनेसु मनाबतु ...

×