1 Part
280 times read
21 Liked
*फैसला* फैसला सुन मेरी सखी दौड़ी चली आई । बहन हृदय से देती हूँ तुम्हें बधाई।। एक गरीब मासूम कन्या की जान है तुमने बचाई। न जाने कैसे पिता की थी ...