लेखनी कविता -09-Jan-2023

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*नारी* जिसने पहचाना उसने सब सुख  है  पाया , हर रूप है जिसमें समाया वो है नारी l माँ,बहन,भार्या रूप दिखाया, सबके साथ बखूबी से फर्ज निभाया वो है नारी l ...

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