लेखनी प्रतियोगिता -यादें

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तेरे सारे खत आज भी संभाल रखे हैं वह सारे अल्फाज जैसे शांत पड़े हैं जिन गलियों में हम मिला करते थे आज भी वो रास्ते हमें याद है....... जो तीर ...

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