हिंदी कहानियां - भाग 123

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अवश्यमेव भोक्तव्यं कर्मफल शुभाशुभम् अवश्यमेव भोक्तव्यं कर्मफल शुभाशुभम्   आठों वसु एक बार सपत्नीक पृथ्वी लोक पर भ्रमण के लिए उतरे। कई तीर्थ और देवताओं के दर्शन करते हुये वे वशिष्ठ ...

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