हिंदी कहानियां - भाग 123

218 Part

51 times read

0 Liked

अवश्यमेव भोक्तव्यं कर्मफल शुभाशुभम् अवश्यमेव भोक्तव्यं कर्मफल शुभाशुभम्   आठों वसु एक बार सपत्नीक पृथ्वी लोक पर भ्रमण के लिए उतरे। कई तीर्थ और देवताओं के दर्शन करते हुये वे वशिष्ठ ...

Chapter

×