1 Part
241 times read
11 Liked
आओ!दीप जलाएँ अंधेरी गलियों में मिलकर,आओ!दीप जलाएँ, दकियानूसी सोच त्यागकर,दुनिया नई बसाएँ।। आओ!दीप जलाएँ।। मद-घमंड-ईर्ष्या का पसरा,चारो तरफ अँधेरा, जन-जन में है ...