लेखनी प्रतियोगिता -17-Jan-2023

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ख़ामोश आवाज ख़ामोश हो‌ चली है आवाज  अब सुनाई नहीं पड़ती है खुद को ही खुद की बोली की गुंज, पुकार रही है फिर भी जाने कौन सा है वह रास्त ...

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