परवाना

1 Part

128 times read

4 Liked

दिल मे दर्द औऱ आखों में आँसू  लिए तेरे दर से गुजर रहे है हम ये देखो यादो का सैलाब भी आ गया न कोई किनार है न ही कोई सहारा ...

×