प्रेम या क्रांति

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दूर दूर में तुझसे रहती हूँ खुद से ही खफा रहती हूँ देखना ले तू मेरी आँखो मै आँसू इसलिए तुझसे छुपी छुपी रहती हूँ तेरे सामने कैसे ओऊ इस तरह ...

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