दिल पर फिर क्यू दी दस्तक़

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बीती हुई बाते बीते हुए दिन  फिर याद आये तेरे घोख़े भरे दिन पल पल राते गुजरी फ़क़त तेरे इंतज़ार में हर बार खाली हाथ लौट बदलते हुए मौसम के साथ ...

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