हर लम्हां

1 Part

103 times read

4 Liked

 मेरे हंसने मुस्कुराने की बजह तुम हो, मेरी शामों की सुबह तुम हो, बताओ तुम्हें कैसे मै, खुद से जुदा कर दूं। मेरे हर नफ़्स में शामिल तुम, मेरी चाहतों के ...

×