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अधिक धन दुख का कारण नाथ संप्रदाय के आदि गुरु मत्स्येन्द्रनाथ एक बार एक सुंदरी के मोह में आसक्त हो गए। शिष्य गोरखनाथ के समझाने पर वह सुंदरी को छोड़कर जाने ...