123 Part
49 times read
0 Liked
अधिक धन दुख का कारण नाथ संप्रदाय के आदि गुरु मत्स्येन्द्रनाथ एक बार एक सुंदरी के मोह में आसक्त हो गए। शिष्य गोरखनाथ के समझाने पर वह सुंदरी को छोड़कर जाने ...