Fiza Tanvi

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ख़िताब

समझदारी से बेइंतहा इश्क़ नहीं होता...

हो भी जाये अगर,,,,

तो ऐसे इश्क़ पर रशक़ नहीं होता...

पागल दीवाना बनकर ही ख़िताब मिलता

है आशिक़ी का....

ऐसे ही कोई शीरी,

ऐसे ही कोई फरहाद नहीं बनता..

ख्याल करते है इतना.

के दुनिया का ख्याल नहीं रहता..

मिल जाये अगर मेहबूब सदा के लिए.

तो उम्र भर बे इंतहा प्यारा नहीं रहता.

फ़िज़ा ✍️

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2 Comments

Dr. SAGHEER AHMAD SIDDIQUI

29-Sep-2021 08:52 PM

Nice

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Shalini Sharma

22-Sep-2021 11:39 PM

Beautiful

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