बेवफा
बेवफा सहि तू मगर,
कुछ वफा तो कर
हर दफा नहीं दीदार तेरा
बस एक दफा तो कर ।।
बड़े मामले बढ़े हैं
तेरे मेरे दरमियान
कुछ को रफा-दफा तो कर।।
बेवफा सही मगर,
कुछ वफा तो कर
काफी नहीं इतना सितम
बेवफा थोड़ा और जरा,
जफा तो कर।
खुश हूं काफी, जमाने से मै
आरज़ू ए दर्द मे
मिलकर खफा तो कर।
बेवफा सही मगर
कुछ वफा तो कर
हर दफा न सही
एक दफा तो कर ।
बाकी है दिल में अब भी
थोड़ी सी कशिश तेरी,
बेरुखी से फनाह तो कर।
तू बेवफा सही मगर
बस इतनी वफ़ा तो कर
दिल जिद न करे फिर तेरी
इस तरह तबाह तो कर।
By-
rv.lawyer@gmail.com
Swati chourasia
25-Sep-2021 08:28 PM
Very nice
Reply
Nitish bhardwaj
25-Sep-2021 06:20 PM
लाजवाब
Reply
Seema Priyadarshini sahay
25-Sep-2021 05:43 PM
बहुत खूबसूरत रचना
Reply