आदिशक्ति
दुर्गा तू हीं लक्ष्मी तू हीं
सरस्वति का स्वरुप है,
कण कण में तू हीं समायी है,
तू हीं छावं है तू हीं धुप है।
हे ज्वालादेवी नमस्तुते
मीनाक्षी देवी नमस्तुते,
योग देवी नमस्तुते,
आदिशक्ति नमस्तुते।
तू हीं काली ,तू हीं शारदे,
तू हीं रणचंडी,
तू हीं महिषासुर मर्दिनी,
तू हीं योगमाया,
तू हीं प्रचंडकाया,
तू हीं मुक्ति,
तू हीं आदिशक्ति।
ऋषभ दिव्येन्द्र
12-Oct-2021 11:46 PM
वाह 👌👌
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Shalini Sharma
12-Oct-2021 11:21 PM
Jai mata di 🙏
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Zakirhusain Abbas Chougule
12-Oct-2021 10:22 PM
Nice
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