Suhail Tyagi

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shayri

तुम मेरी याद में सुलगो तो बुरा लगता है, तुम मेरे दीदार को तरसो तो बुरा लगता है, एक तमन्ना है फकत मुझ पे मेहरबान रहो, तुम किसी और को देखो तो बुरा लगता है, मेरी रूह तरसती है तुम्हारी खुशबू को, तुम कहीं और जो महको तो बुरा लगता है।

Suhail kithore

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4 Comments

madhura

24-Jan-2025 05:26 AM

👌👌

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Anjali korde

23-Jan-2025 05:52 AM

👌👌

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Pranav kayande

21-Jan-2025 01:55 AM

👌

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