shayri

1 Part

70 times read

6 Liked

तुम मेरी याद में सुलगो तो बुरा लगता है, तुम मेरे दीदार को तरसो तो बुरा लगता है, एक तमन्ना है फकत मुझ पे मेहरबान रहो, तुम किसी और को देखो ...

×