माँ
कितना भी झूठ कहूँ
कि मैं ठीक हूं,
तुम मेरी आवाज से
मेरी तबियत का हाल,
पहचान ही लेती हो माँ।
कितना भी कहूँ मुझे भूख नहीं है,
तुम मुझे बिना खाय कभी सोने नहीं देती।
दुनिया की नज़र में मैं कितनी ही साधारण क्यों ना हूँ?
तुम्हारे लिए माँ, तुम्हारी बेटी से प्यारा कोई नहीं।
तुमने मेरी प्रतिभा को सदा पहचाना और सराहा है।
तुमने मुझे साहस दिया सपने देखने का और उन्हें पूरा करने का।
कहना कई बार चाहा , कभी कहा नहीं,
शुक्रिया माँ।
माना शब्द छोटा है,
लेकिन इसके मायने बहुत हैं।
सारी दुनिया एक तरफ और एक तरफ मेरी माँ है।
#लेखनी प्रतियोगिता
सोनिया जड़
Sana Khan
01-Dec-2021 02:10 PM
Good
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Seema Priyadarshini sahay
29-Nov-2021 04:01 PM
बहुत बढ़िया मैम
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Swati chourasia
29-Nov-2021 12:13 PM
Very beautiful 👌👌
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