Ajay

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कलम

कलम......... 

कलम अद्भुत हो तुम
निर्जीव मगर एहसासों की जुबाँ, 
कभी तीखी तलवार, कभी किसी का प्यार हो l
दिला सकती हो लाखो का साथ l 
मिटा सकती हो दुख दर्द, 
जोश भर देती हो l
होश मे ला देती हो l 
अकेले एक सेना हो l
शब्दों का गहना हो l
कलम अद्भुत हो तुम l 

लेखक........ 

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6 Comments

ANAS•creation

11-May-2021 04:35 AM

Ha bhi sahi kaha apne

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Ajay

11-May-2021 07:48 PM

Thanks,be connected 🙏🏻

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ayush mahasy

10-May-2021 10:50 PM

आपने तो कमाल ही कर दिया

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Ajay

11-May-2021 11:06 PM

धन्यवाद आपका, जुड़े रहें 🙏🏻🙏🏻

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Aliya khan

10-May-2021 03:39 PM

कलम की घार तलवार से भी तेज़ होती है 👏👏👏👏👏👏👏👏👏

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Ajay

11-May-2021 11:07 PM

🙏🏻🙏🏻

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