वादा करो
आशा करती हूं, तुम मेरे पदचिन्हों पर नहीं चलोगी,
तुम बिलकुल भी मेरी जैसी कभी नहीं बनोगी।
वादा करो तुम जिंदगी में, कभी समझौता नहीं करोगी।
ग़र किसी की बात से तुम्हें दर्द पहुंचे,
तो तुम स्नानघर में छिपकर आंसू नहीं बहाओगी।
तुम खुलकर व्यक्त करोगी अपनी पीड़ा,
तुम आंसुओं से समझौता कर, झूठी हंसी नहीं दिखाओगी।
वादा करो तुम इतनी सक्षम बनोगी कि अपनी एक अलग पहचान बनाओगी,
किसी पुरुष का सिर्फ बिस्तर बनकर नहीं रह जाओगी।
आशा करती हूँ तुम अपनी माँ जैसी कभी नहीं बनोगी,
वादा करो तुम कभी समझौता नहीं करोगी।
❤सोनिया जाधव
#लेखनी प्रतियोगिता
Abhinav ji
12-Dec-2021 11:38 PM
Good
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Shrishti pandey
11-Dec-2021 11:19 PM
Very nice
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fiza Tanvi
11-Dec-2021 04:10 PM
Good
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