नमन
दिलों में ग़म, आँखे हैं नम !
तुम्हारी खुशबू से महका वतन !
छोड़कर हमको ओ जाने वालों !
तुमको नमन - तुमको नमन !
तुमको नमन - तुमको नमन !
राष्ट्र ध्वज की पहचान तुम !
इस तिरंगे का मान तुम !
इस तिरंगे की शान तुम !
मेरे हिन्द की जान तुम !
मेरे हिन्द का अभिमान तुम !
काल के मिटाए न मिटे !
ऐसी अमिट पहचान तुम !
काल घर भी अब होंगे रौशन !
मेरे हिन्द का आफ़ताब तुम !
कभी न भूल पाएंगे हम !
हिन्द के तुम थे नयन !
छोड़कर हमको ओ जाने वालों !
तुमको नमन - तुमको नमन !
तुमको नमन - तुमको नमन !
रगों में दौड़ते उस रक्त को मेरा नमन !
जिससे सींचा तुमने मेरा प्यारा ये वतन !
उस कोक को मेरा नमन !
जिससे लिया तुमने जन्म !
बहना की राखी को नमन !
भाई की बाज़ू को नमन !
पिता के इंतजार में बैठी !
उन आँखो को मेरा नमन !
मांग के सिंदूर से !
रंग दिया जिसने वतन !
कुरबान कर दी सारी खुशियाँ !
उस त्याग को मेरा नमन !
लूट गए श्रृंगार सभी !
उस सूनी माँग को मेरा नमन !
पंच तत्व में जो हुई विलीन !
उस देह की खाक को मेरा नमन !
छोड़कर हमको ओ जाने वालों !
तुमको नमन - तुमको नमन !
तुमको नमन - तुमको नमन !
वीरता की छाप तुम्हारी !
कभी न मिटने पाएगी !
शौर्य की गाथा तुम्हारी !
नस्ले नई दोहराएंगी !
तुम्हारे पद चिन्हों पर चलकर !
नया भारत बनाएंगी !
काल की छाती पर चढ़कर !
सूरज नया उगाएंगी !
जो सपन देखे थे तुमने !
उसे जमीं पर लाएंगी !
तुम्हारे सपनों को जिएंगे हम !
हकीकत में बदलेंगे सारे सपन !
छोड़कर हमको ओ जाने वालों !
तुमको नमन - तुमको नमन !
तुमको नमन - तुमको नमन !
विपिन बंसल
Seema Priyadarshini sahay
16-Dec-2021 09:21 PM
बहुत खूबसूरत
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शब्दाक्षर
16-Dec-2021 07:29 PM
भावुक शब्द
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Shrishti pandey
16-Dec-2021 02:47 PM
Bahut sundar
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