कुछ यादों की डायरी : 2021
आरंभ ...!
यादें...! जिन्हें हर कोई दुबारा जीना चाहता है तो कई यादों को अपने स्मृति पटल से मिटा देना चाहता है, पर जो भूलना चाहो वो याद रह जाता है, जिसे याद करना हो वो भूल जाता है..! ये यादें हैं ही ऐसी चीज..। मेरी भी कुछ खट्टी मीठी यादें हैं।
तो चलिए आरंभ करते हैं, मेरा मतलब शुरू से शुरू करते हैं यानी कि 2021 के बारे में...! तो ये साल कोरोना की भीषण मार पड़ने के बाद आया था, ना कोई उत्सव ना उत्साह रह गया था बस यही मलाल कि काश ये साल 2020 से बेहतर गुजरे, मगर ऊपरवाला भी वही करता है को ना चाहो, और नीचे वाला वही करता है जिसके लिए उसे मना को.. प्रकृति ने अपने शोषण और दोहन का ऐसा जवाब दिया कि मानव सभ्यता तिलमिलाकर रह गई, सभी अपने घरों से बस बाहर ही निकले थे कि ये साल आ गया।
वक्त है गुजर ही जाना है, तो जैसे भी गुजरा गुजर ही गया, हम तो बस साल के साथ आगे बढ़े इस उम्मीद के साथ कि कुछ बदलेगा, मगर सच है केवल वक्त बदलता है। इस साल ने बस उठकर खड़ा होना सीखा था कि कोरोना ने फिर सभी को घर के अंदर रहने पर मजबूर कर दिया। मगर जीवन में अच्छे बुरे क्षण आते ही रहते हैं.. वक्त ने बड़े बड़ो का काटा है, बड़े बड़ो को फर्श से अर्श पर ला पटका है, तो किसी को खड़ा कर शीर्ष पर पहुंचा दिया। यह साल शारीरिक से ज्यादा मानसिक संघर्ष का रहा..!
खैर अपनी बाते हैं, गुजर जाती हैं.. ये वक्त भी बस बहती हवाओ सा है..!
फिर मिलते ही रहेंगे अगले अंको में... सबके मधुर और कष्टदायी अनुभवों के साथ...
राधे राधे 🙏
#डायरी
Seema Priyadarshini sahay
04-Jan-2022 01:52 AM
शानदार
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Gunjan Kamal
17-Dec-2021 05:00 PM
शानदार लेखन
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𝐆𝐞𝐞𝐭𝐚 𝐠𝐞𝐞𝐭 gт
17-Dec-2021 03:51 PM
👌👌 काफी अच्छे से आपने बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ कह दिया! बड़े कम शब्दों में बहुत कुछ कहा👏👏 जय श्री कृष्णा🙏 खट्टी मीठी यादों वाले राइटर जी!
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