नेहा

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उपहार

बंद पड़े सब रास्तें,

तुम रफ्तार दे देना ,
फिकी जिन्दगी है,
कुछ श्रृंगार  दे देना,
फुरसत मिले, तो मुझे ये बहार दे देना,
रीश्तों में विश्वाश , अपनेपन का,
उपहार दे देना ।
       यूॅ कभी भी दरकिनार कर के ना चलना,
बेमौशम बरसात बन के पिघलना,
ना कभी साथ छोड़ना गैरों कि तरह,
ऋतुओं कि तरह ना बदलना,
एक बेनाम रिश्तें को , नया किरदार दे देना,
फुरसत मिले, तो मुझे ये बहार दे दे देना,
रीश्तों में विश्वास, अपनेपन का,
उपहार दे देना ।
            बहुत ठोकरें खाई है जिंदगी में,
तब जाकर ये सफर पाया है,
खुदा को न देखा मैने ,
उस जैसा हमसफर पाया है,
हाँ प्यार करती हुँ तुमसे,
तुम दिल से स्वीकार दे देना,
फुरसत मिलें तो मुझे ,ये बहार दे देना,
रीश्तो में विश्वास, अपनेपन का ,
उपहार दे देना ।





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13 Comments

Shnaya

03-Apr-2022 02:44 PM

Very nice 👌

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Shrishti pandey

03-Apr-2022 01:28 PM

Nice one

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Abhinav ji

03-Apr-2022 08:03 AM

Very nice

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