उपहार

1 Part

300 times read

14 Liked

बंद पड़े सब रास्तें, तुम रफ्तार दे देना , फिकी जिन्दगी है, कुछ श्रृंगार  दे देना, फुरसत मिले, तो मुझे ये बहार दे देना, रीश्तों में विश्वाश , अपनेपन का, उपहार ...

×