ममता

ममता


उसकी ममता का करूं मैं बयान
मेरे शब्दों में इतनी जान नहीं
उसके कर्ज को सकें कभी उतार
ईश्वर का भी ऐसा वकार नहीं।

अपने वजूद को निसार कर
उसने मुझ को दुनिया में उतारा
अमृत का तो पता नहीं
मां का दूध देता जीवन को सहारा।

मां बच्चों पर खुद की हस्ती मिटा देती


दुनिया की हर शै को मां की शक्ति हरा देती
मां शब्द ममता की खुद मूरत है
दुनिया में मां ईश्वर की ही सूरत है।।

आभार – नवीन पहल – २८.०४.२०२२ 🌺🌺

# प्रतियोगिता हेतु

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8 Comments

Punam verma

29-Apr-2022 08:53 AM

Very nice

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Gunjan Kamal

29-Apr-2022 01:47 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Swati chourasia

29-Apr-2022 12:57 AM

वाह बहुत खूब 👌

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