ममता उसकी ममता का करूं मैं बयान मेरे शब्दों में इतनी जान नहीं उसके कर्ज को सकें कभी उतार ईश्वर का भी ऐसा वकार नहीं। अपने वजूद को निसार कर उसने ...

×