Champa rautela

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कविता

अदरक का स्नेह

यक़ीनन मज़ाक हैं भला अदरक का स्नेह
अब चाय में घुलकर,
चाय को स्वाद बनाती हैं, 

वेसे ही किसी की यादें, 
जिंदगी को खूबसूरत और बारिश बना देती हैं, 
जैसे आँखों मे हजार ख्वाब हैं, 
Or





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12 Comments

Chetna swrnkar

26-Jul-2022 09:58 AM

Bahut achhi rachana

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Gunjan Kamal

24-Jul-2022 09:23 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌👌

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shweta soni

24-Jul-2022 09:17 PM

Nice 👍

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