Neeru Nigam

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है कहां आसान

*है कहां आसान*

है कहां आसान द्रौपदी होना,
प्रेम एक से करो,
मगर रिश्ता पांच से निभाना ।

है कहां आसान द्रौपदी होना,
अर्जुन के लिए भावनाओं को सीने मे रख,
अन्य चार पांडवों को तन सौंपना ।

है कहां आसान द्रौपदी होना,
एक औरत होते हुये भी,
सामान की तरह पांचों मे बंट जाना ।

है कहां आसान द्रौपदी होना,
चौसर की बाजी में,
अपने ही पति द्वारा दांव पर लग जाना ।

है कहां आसान द्रौपदी होना,
अपनों के ही सामने,
अपनो के ही हाथों चीरहरण सा घाव सहना ।

नीरू
@n

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7 Comments

It's outstanding Speechless

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Swati chourasia

14-Aug-2021 08:59 PM

😔😔 👌

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Niraj Pandey

14-Aug-2021 07:22 PM

वाह👌

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