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लेखनी प्रतियोगिता -03-Oct-2022महापुरुष महानायक प्रतियोगिता

#महापुरुष महानायक प्रतियोगिता


स्वामी विवेकानंद"

विश्वनाथ दत्त पिता और भुवनेश्वरी देवी माता
जिनके आंगन में निकला एक सूरज अनोखा
"बारह जनवरी 1863" की थी वह शुभ बेला
कलकत्ता की गलियों में था बधाई गीत बजा
बचपन में नरेंद्रनाथ दत्त नाम इन्होंने था पाया
कुशाग्र बुद्धि जिज्ञासु प्रवृत्ति और तर्कशीलता 
गुणों को अपने भीतर था विवेकानंद ने समाया
रामकृष्ण परमहंस जैसे गुरु से जब दीक्षा लिया
आलोक जगत में फैला ज्ञान का दीप जलाया
शिकागो धर्म महासभा में अलख ऐसा जलाया
जिसकी गूंज से गूंजायमान विश्व-जगत हुआ
सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व सम्मेलन में किया
धर्म और आध्यात्मिकता का पाठ वहां पढ़ाया
युवाओं को दिशा प्रदान किया विश्वास जताया
"उठो-जागो रुको मत,आगे-बढ़ो,बलिष्ठ बनो,"
जैसे अनेकों मूलमंत्र विवेकानंद ने सबको दिया
विदेशी शिक्षा विरोध भारतीय संस्कृति अपनाया
जन चेतना के लिए भारत भ्रमण को निकले
युवाओं में विवेकानंद ने नव ऊर्जा का संचार किया
भारत को विश्वगुरू का ताज इन्होंने पहनाया


स्वरचित एवं मौलिक रचना

     अनुराधा प्रियदर्शिनी
      प्रयागराज उत्तर प्रदेश


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7 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

Reply

Khan

06-Oct-2022 11:50 PM

Bahut khoob 💐👍

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Pratikhya Priyadarshini

05-Oct-2022 12:58 AM

Bahut khoob 💐👍

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