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तुझपे जितना लिखुं उतना कम है 

तू क्यों दूर जाती है बस ये गम है

यूं तो रोता नहीं हु मैं कभी भी 

पर तेरे नाराज होने से ये आंखें नम हैं

    

        शोभित कटियार💓

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