लेखनी कहानी - शिमला का कॉंवेंट ऑफ जीसेस एंड मैरी स्कूल - डरावनी कहानियाँ
शिमला का कॉंवेंट ऑफ जीसेस एंड मैरी स्कूल - डरावनी कहानियाँ
इस स्कूल को हॉंटेड माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस स्कूल के लिए 13 तारीख का शुक्रवार मौत का पैगाम लेकर आता है. कहते हैं ब्रिटिश काल में यह स्थान एक अनाथालय हुआ करता था और रात के समय जब सब बच्चे सो रहे थे तो किसी ने उनके कमरे में आग लगा दी थी. इस घटना के बाद से लेकर अब तक वहां जली हुई रूहों को देखा जाता है.
हालांकि अब उन बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए उस स्थान पर बच्चों के लिए झूले और अन्य जरूरी सामान रखा गया है लेकिन फिर भी कहा जाता है यहां एक लड़की जली हुई अवस्था में अध्यापकों और चपरासियों से गुड़िया और खिलौनों की मांग करती है.