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अपनों को देख बीच मझधार, रंग बदल लेता है रिश्तेदार। पैसा ही अब भगवान हो गया, सबको पैसे का है बस ख़ुमार। मतलब तक आपसे रिश्ता है, रिश्ते बन गए है ...