हमारे ज़हन में क्या वहम‌ ओ गुमां बैठ गया।

1 Part

398 times read

22 Liked

हमारे ज़हन में क्या वहम‌ ओ गुमां बैठ गया। तेरी जुदाई से दिल यह मेरा बैठ गया। तिलस्मी हुस्न का मै ही फकत दीवाना नहीं। जिस ने भी देखा तुझे सच ...

×