लेखनी आरती संग्रह - आरती गणपति जी की

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आरती गणपति जी की गणपति की सेवा मंगल की मेवा . सेवा से सब विघ्न टरें l तीन लोकित्तें तीस देवता , द्वार खड़े सब अरज करें l त्रिद्धि सिद्धि दक्षिण ...

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