18 Part
47 times read
0 Liked
अध्याय १३ तेरहवां अध्याय श्री भगवान् बोले - कौन्तेय, यह तन क्षेत्र है ज्ञानी बताते हैं यही | जो जानता इस क्षेत्र को क्षेत्रज्ञ कहलाता वही ॥१॥ हे पार्थ, क्षेत्रों में ...