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अध्याय -- ३४ सूर्यशक्ति एवं वैष्णवी शक्तिका वर्णन श्रीमैत्रेयजी बोले - भगवान् ! आपने जो कहा कि सूर्यमण्डलमें स्थित सातों गण शीत-ग्रीष्म आदिके कारण होते हैं, सो मैंने सुना ॥१॥ हे ...