सिन्दूर

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दैनिक काव्य प्रतियोगिता हेतु विषय 'सिन्दूर ' पर मेरी प्रस्तुति ...........................सिन्दूर ............................ लौट  आवो मद‌भरे नयनो की है सौगन्ध तुमको, आंसुओं की धार निमन्त्रण दे रही है। कसक वो बीते दिनो ...

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