दुआ

1 Part

306 times read

16 Liked

दुआ हम शीश झुकाते हैं भगवन, करबद्ध शरण में आए प्रभु। भटकें न कभी राहें अपनी, ये वंदन करने आए प्रभु। तेरी कृपा सरिता निश्छल, भूधर से तेरा नूर झरे।  प्रसून ...

×