झरोखे

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झरोखे मुक्तछंद इस दिल के झरोखे में यादें तुम्हारी  रहती हैं बनकर कोई अनमोल धरोहर  जिन्हें छुपा कर रखती हूँ मैं  जमाने की नजरों से  कहीं लग न जाए इन्हें किसी ...

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