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🌸प्रतिबिंब🌸 नाज़ुक भावों की पुष्प मालिका, मन की बगिया को सजा गई। ज्यों धवल चांदनी में नवयौवना निज प्रतिबिंब से लजा गई। इठलाती मदमाती छवि मन की वीणा को बजा गई। ...