लेखनी कहानी -17-Jul-2023

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कहा किसी से नहीं है तेरे फसाने को। ना जाने कैसे खबर हो गई ज़माने को। कोई नजर नहीं आया था खाली बस्ती में। ना जाने आग लगी कैसे  आशियाने को। ...

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