लेखनी कहानी -16-Aug-2023

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जान हो तुम गुलाब जैसी हो। मेरी चाहत हो ख्वाब जैसी हो। लगा के होठ से मैं तुझे पी जाऊंगा। वास्ते मेरे तो तुम शराब जैसी हो। छीन ली जिसने झपट ...

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